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| Der Heilige Antonius von Padua |
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| ZWEITENS |
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| Liebe und Bekehrung |
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| Ein Irrtum, welcher sehr verbreitet |
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| Und manchen Jüngling irreleitet, |
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| Ist der: daß Liebe eine Sache, |
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| Die immer viel Vergnügen mache. |
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| Antonio meinte dieses, als |
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| Er größer wurde, ebenfalls. – |
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| Denn ach! immer liebt’ er ja |
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| Die schon erwähnte Julia, |
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| Selbst dann noch, als die Auserwählte |
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| Sich einem Manne anvermählte. – |
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| An einem Abend, kalt und bitter, |
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| Als er, wie öfters schon, die Zither |
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| Vor ihrem Fenster klagend schlägt, |
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| Ob er vielleicht ihr Herz bewegt – |
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| Pst! pst! – ertönt es da hernieder – |
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| Daß durch die halberstarrten Glieder |
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| Ein wonnevoller Schrecken dringt – |
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| Pst! pst! Sieh da! Sie winkt, sie winkt! – |
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| Von Hoffnungsflügeln sanft gehoben |
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| Schwebt er treppauf und fliegt nach oben. |
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| Wer möchte nicht, wenn er durchfroren, |
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| Die halbverglasten steifen Ohren |
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| An einen warmen Busen drücken |
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| Und so allmählich sich erquicken??? |
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| Antonio hoffte dieses, als |
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| Er hergekommen, ebenfalls. |
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| Doch ach! kaum hat er Platz genommen, |
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| Da hört man draußen schon was kommen. |
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| Mit Husten und mit Sporenklang |
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| Klirrt der Gemahl den Flur entlang. |
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| Schnell unters Faß! – so ruft das Weib |
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| Und stülpt’s Antonio auf den Leib; |
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| Und auch die Katze, sehr erschreckt, |
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| Wird in der Hast mit zugedeckt. |
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| Der Hausherr fängt als Biedermann |
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| Mit seiner Frau zu kosen an. |
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| Antonio aber, sehr beengt, |
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| Hat seine Finger eingezwängt. |
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| Derweil verspüret hinterwärts |
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| Am Schwanz die Katze großen Schmerz. |
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| Sie meint: Antonio hat’s getan! |
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| Die Kralle kratzt, es beißt der Zahn. |
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| Das Faß fällt um, der Lärm wird groß, |
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| Die Katze läßt so leicht nicht los. |
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| Mit seinem Degen stößt der Mann. |
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| Antonio drückt sich, wie er kann. |
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| Und kommt gekrochen und verfroren |
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| Zu eines Klosters ernsten Toren. |
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| O Welt, mit uns ist’s nun vorbei! |
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| Ihr Weiber, fahrt mir aus dem Sinn! |
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| Du Königin des Himmels sei |
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| Auch meines Herzens Königin. |
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| Salve Regina! |
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